
माँ
माँ पृथ्वी है, जगत है, धूरी है,
माँ बिना इस सृष्टि की कल्पना अधूरी है…
माँ का जीवन में कोई पर्याय नहीं हैं,
माँ जैसा दुनिया का कोई अध्याय नहीं
संस्थापक, राधा सरल बिहारी मंदिर, जयपुर, प्रभु श्री कृष्ण की कृपा पात्र,
मृदुभाषी, दयालु हृदयवाणी, समाज सेविका
पूज्यनीय श्रीमती सरला ओम प्रकाश जी गुप्ता
का प्रभु मिलन हों गया है
शोकाकुल परिवार
रजनीश–दीपिका (बेटा और बहू)
पालकी, पल्लवी–नैट, प्रगति–विंस (बेटियाँ और दामाद),
गौरीशंकर गुप्ता – सुनीता मावर (देवर–देवरानी)
अनायशा, अमायरा, करीना, आर्यन, सहाना, अनाया, जैस्मीन, सरिशा और ओलिवर (पोते–पोतीयाँ)
एवं समस्त गुप्ता परिवार