स्मृति आपकी कभी न धुलिम हो पायेगी याद रहेंगे हमे सदा सद-संस्कार आपके, हम सदा बढते रहेंगे, पथ पर आपके। आप सदा जीवत है, विचारो में हमारे, श्रद्धा-सुमन अर्पित है, चरणों में आपके।। अश्रुपूरित नेत्रों से श्रद्धाजंलि अर्पण करते है
श्रद्धावनत
श्री कैलाश चंद अग्रवाल (ठेकेदार) पुत्र स्व. श्री कल्याण जी ठेकेदार
स्व. वन्दना (धर्मपत्नी)
निशित (पुत्र),
नितिका-आदित्य (पुत्री-दामाद),
आयरा (दोहिती)
विजय कुमार, जय कुमार (चाचा)
श्रीमती मंजू, मिथिलेश-स्व. किशन गोयल (भ्राता-भाभी)