
चतुर्थ पुण्यतिथि
श्री धर्मचन्द जी जैन
वट वृक्ष थे हम सबके आप जिसकी छाया में सब फुले फले।
सूरज के किरणों जैसी चमक थी आपकी, अटूट साहस दृढ़ संकल्प एवं कठोर परिश्रम यहाँ भी आपके सफल जीवन की कुंजी आपके विचार ही हमारे आदर्श रहेंगे।
आपकी चतुर्थ पुण्यतिथि पर कोटि नमन।
श्रद्धावनत: श्रीमती चंदा देवी (धर्म पत्नी), प्रियंका-अल्केश पटनी, डॉ. रीटा- पंकज जैन (पुत्री-दामाद),
उन्नति-विजित जैन (पोत्री-दामाद),
सम्यक, संचय (पौत्र), नव्या (पोत्री )
सृष्टि- दोवाशीष (दोहिती-दामाद),
श्रेय, परूषा, निमय, पारी (दोहिता, दोहिती)
एवं समस्त परिवार।